नमस्कार ! जय हिंद दोस्तो.नॉर्मली हमारे भारत में लोग अपना बैंक अकाउंट 18 साल पूरे होने के बाद ही ओपन करते है.और बैंक अकाउंट ओपन करने के लिए यही नियम सबसे पहिले लागू भी होता है.लेकिन आज के टाइम कई सारे ऐसे स्कीम है,जिस में एक 18 साल से कम का बच्चा भी अपना बैंक अकाउंट ओपन कर सकता है.जिसे मायनर अकाउंट बोला जाता है.तो इसलिए आज के ब्लॉग में,में बात करने वाला हु Minor Account Kya Hota Hai इस टॉपिक के बारे में.
दोस्तो हो सकता है कुछ लोगो के लिए ये शब्द नया हो,या फिर शायद ये भी हो सकता है की कुछ लोग इस शब्द के बारे में जानते भी होंगे मगर एक सही मतलब उन्हे इसका पता नही होता.
इसलिए अब डरने की कोई बात नही आज का हमारा ये आर्टिकल पढ़ कर आपके दिमाग में से सारे डाउट क्लियर होने वाले है,मायनर अकाउंट का मतलब क्या होता है ? ये आज आपको पता चलने वाला है.तो चलिए फिर आज का आर्टिकल शुरू करते है.
Table of Contents
मायनर अकाउंट क्या होता है ?(Minor Account Kya Hota Hai ?)
दोस्तो मायनर अकाउंट एक तरह का नॉर्मली आम बैंक अकाउंट होता है.इसे मैं एक उदाहरण के जरिए आपको बताऊं तो आज के इस डिजिटल दुनिया में लगभग हम सभी लोगो का बैंक अकाउंट है.ऐसा एक बहुत ही रेयर केस देखने को मिलेगा जिनका बैंक अकाउंट नहीं होगा.
मगर अभी आपको समझाने के लिए ये मान कर चलते है,आज के टाइम सभी लोगो का बैंक अकाउंट होता है.ठीक उसी तरह अगर कोई 18 साल या उस से कम उमर का बच्चा अपना बैंक अकाउंट किसी बैंक के ब्रांच में जाकर ओपन करवाता है.तो उस अकाउंट को मायनर अकाउंट बोला जाता है.आप इसे दूसरी भाषा में चिल्ड्रन सेविंग अकाउंट भी बोल सकते हो.
क्युकी नॉर्मली आपने देखा होगा बैंक में अकाउंट ओपन कराने के लिए पर्सन की उमर 18 साल पूरी होनी चाहिए तभी आप अपना सेविंग अकाउंट ओपन कर सकते हो.
लेकिन अगर आप चाहे तो 18 साल से कम बच्चे का भी बैंक अकाउंट ओपन कर सकते हो.और अभी तक उसकी उमर 18 साल पूरी नहीं हुई है,इसलिए उस बैंक अकाउंट को मायनर बैंक अकाउंट बोला जाता है.
एक बार वो 18 साल का हो जाए तो यही मायनर अकाउंट नॉर्मल सेविंग अकाउंट में बदल दिया जाता है.यही इस अकाउंट की खासियत है.
नाबालिक बैंक खाते खोलने की प्रक्रिया.
उपर आपने मायनर अकाउंट क्या होता है ? ये समझ लिया होगा.लेकिन ये मायनर अकाउंट कैसे खोले ? या फिर बच्चो का बैंक अकाउंट कैसे खोले ? ये सवाल भी आपको दिमाग में आ रहा है,तो चलिए इस सवाल का भी जवाब आज आपको दे देते है.
देखिए आर्टिकल के शुरू में ही मैने आपको बोल दिया था.मायनर बैंक अकाउंट एक नॉर्मल सेविंग अकाउंट की तरह ही होता है.तो इसी बात से आपको आइडिया लग जाना चाहिए,जिस तरह से हम बैंक में जाकर सेविंग अकाउंट ओपन करते है ठीक वही प्रोसेस इस इस मायनर अकाउंट में फॉलो की जाती है.
काम की बात (H3)
दोस्तो बैंक में अपने बच्चे का अकाउंट ओपन कराने से पहिले एक बात का ध्यान रखे,अगर आप बहुत ही कम उमर में यानी की 10 साल से भी कम बच्चे का बैंक अकाउंट ओपन करवाने जा रहे हो,तो याद रखे अकाउंट भले उस बच्चे के नाम से होगा.मगर उसके मां बाप उस अकाउंट के कानूनी Guardian बने रहेंगे.
एक बार बच्चा 10 साल का हो गया,तो वो खुद अपने बैंक अकाउंट को ऑपरेट कर सकता है.और उसके बाद जैसे ही उस बच्चे को 18 साल पूरे हो जाएंगे तो बैंक की तरफ से कुछ डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन होने के बाद वो मायनर बैंक अकाउंट एक नॉर्मल सेविंग अकाउंट में बदल दिया जाता है.
बच्चो का बैंक अकाउंट खुलवाने के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट.
दोस्तो एक नाबालिक बैंक खाता खोलने के लिए आपको कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ती है.
- नाबालिक का आधार कार्ड
- नाबालिक का बर्थ सर्टिफिकेट
- Guardian का आधार कार्ड, पैन कार्ड और KYC
- Guardian की सिग्नेचर.
Mindmap.
At The End
दोस्तो में उम्मीद करता हु की आज के हमारे आर्टिकल में दी गई जानकारी (Minor Account Kya Hota Hai) आपको पसंद आई होगी.और ऐसे ही नए नए इनफॉर्मेशन रीड करने के लिए हमारे वेबसाइट पर दोबारा जरूर विजिट करे.
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जय हिंद.जय भारत .